Thursday, March 26, 2015



''शहीद भगत सिंह विचार पुनरूत्‍थान छात्र-युवा मंच'' द्वारा पटना में शहादत दिवस 23 मार्च 2015 के अवसर पर पटना में भव्‍य रैली व कन्‍वेंशन का सफल आयोजन संपन्‍न हुआ 


23 मार्च 2015 के दिन भगत सिंह, राजगुरू और सुखदेव के शहादत दिवस के अवसर पर सुबह 11 बजे सेे रेलवे स्‍टेशन के पास स्थित बुद्धा पार्क से लगभग 500 छात्र-युवाओं की एक सशक्‍त ''शहीद भगत सिंह विचार पुनरूत्‍थान रैली'' गगनभेदी नारों के साथ निकली जो फ्रेजर रोड, गॉंध्‍ाी मैदान बिस्‍कोमान भवन और गॉंधी संग्रहालय तथा मगध महिला कॉलेज होते हुए गॉंध्‍ाी मैदान के उत्‍तर-पूरब कोने पर स्थित शहीद भगत सिंह चौक तक गई जहॉं पहुँचकर भगत सिंह की मूर्ति पर पुष्‍पार्पण आदि करने के बाद एक छोटी सभा में बदल गई जिसे संबोधित करने वालों में मुख्‍य रूप से न्‍यू ऐज यूथ ऐसो‍सिएशन के साथी राधे श्‍याम, पी.डी.वाई.एफ.(बंगाल) के साथी चिंता बाध्‍यकर तथा आई.एफ.टी.यू. (सर्वहारा) के साथी कान्‍हाई थे। इस सभा का संचालन सर्वहारा जन मोर्चा के साथी अजय कुमार सिन्‍हा ने की।



 तत्‍पश्‍चात रैली पुन: अपनी पुरानी शक्‍ल में आते हुए आई.एम.ए. हॉल के लिए रवाना हो गई जहां 12.30 बजे अपराहन से लेकर शाम 6.45 तक कंवेंशन की कार्यवाही चली। इस रैली में पटना और बंगाल के साथी मुख्‍य रूप से शामिल थे लेकिन इनके अतिरिक्‍त पंजाब से लोकपक्ष के साथी राज मेहता, साथी राकेश वर्मा (जो गंभीर रूप से बीमार होने के कारण पटना आकर भी रैली में शामिल नहीं हो सके) तथा विक्‍की मल्‍होटिया, दिल्‍ली से लोकपक्ष के साथी दामोदर और साथी मनोभंजन तथा उत्‍तरप्रदेश से साथी वीरेश आनंद ने हिस्‍सा लिया। कन्‍वेंशन में पटना के क्रांतिकारी जमात के साथियों में मुख्‍य रूप से सीपीआई(एमएल) के नेता कॉ. अरबिंद सिन्‍हा, कॉ. नंदकिशोर सिंह, श्रम मुक्ति संगठन के नेता कॉ. जयप्रकाश तथा मनोज कुमार झा, भारत जन पहल के नेता कॉ. बलदेव झा, सीसीएसएस के नेता कॉ. नरेंद्र कुमार, कम्‍युनिस्‍ट चेतना मंच के नेता कॉ. विजय बहादुर सिंह और रास बिहारी चौधरी, गणमान्‍य अतिथियों में मनोज कुमार झा और जितेंद्र कुमार सिंह ने कन्‍वेंशन में अपनी उपस्थिति दर्ज की तथा इनमें से अधिकांश ने कन्‍वेंशन में प्रस्‍तुत प्रपत्र के विषय ''वर्तमान दौर और शहीदे आजम भगत सिंह की क्रांतिकारी विरासत'' पर हुई परिचर्चा और बहस में अपने विचार भी रखे। 















कन्‍वेंशन में क्रांतिकारी गीतों की प्रस्‍तुति भी कुछ अंतरालों पर लगातार होती रही। सिनियर साथियों व नेताओं के अतिरिक्‍त छात्रों व युवाओं के तरफ से भी काफी तादाद में वक्‍तव्‍य रखे गए जिनमें प्रमुख नाम हैं 'नया' के साथी आशीष, प्रसन्‍ना, अर्जुन, रंजीत, राधेश्‍याम तथा नारायण दत्‍त तथा पीडीवाईएफ के साथी कौशिक बर्णवाल, चिंता बाध्‍यकर तथा पंजाब लोकपक्ष के साथी विक्‍की मल्‍होटिया, दिल्‍ली लोकपक्ष के तरफ से कॉ. दामोदर और मनोभंजन आदि शामिल थे। क्रांतिकारी गीत प्रस्‍तुत करने वालों में मुख्‍य थे पटना के नया के साथी रानी, नीलेश ग्रुप ( निलेश, दिल बहादूर आदि) तथा गया के 'नया' के साथी मुकेश विद्यार्थी आदि। कन्‍वेंशन का संचालन राधेश्‍याम, विक्‍की मल्‍होटिया, चिंता बाध्‍यकर, रंजीत और नारायण दत्‍त ने संयुक्‍त रूप से किया तथा इसकी अध्‍यक्षता कॉ. दामोदर, कॉ. मनोभंजन, कॉ. कौशिक, कॉ. रानी और कॉ. अर्जुन ने संयुक्‍त रूप से किया। कन्‍वेंशन में प्रपत्र कॉ. नारायण दत्‍त ने पेश किया। कंवेंशन की विधिवत शुरूआत शहीद भगत सिंह की तस्‍वीर पर माल्‍यार्पण व पुष्‍पार्पण और फिर पूरी दुनिया में अब तक क्रांति व जन संघर्षों में शहीद हुए साथियों के लिए दो मिनट का मौन रख कर की गई।                

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