Saturday, June 21, 2014

19 जून 2014 को मोदी सरकार द्वारा की जा रही वादाखिलाफी के विरुद्ध pdyf-iftu संयुक्त रैली दोपहर 4.35 बजे हरिपुर गायाघाटा मोड़ से शुरू हुई और चिचुड़िया मोड़ आदि होते हुए खासकेंदा मोड़ तक और फिर वहां से 6.40 बजे शाम को हरिपुर iftu सेंट्रल ऑफिस के पास आ कर ख़त्म हो गयी। तब तक बारिश शुरू हो चुकी थी और इसीलिए सभा करने का प्रोग्राम नहीं हो सका. इसमें लगभग दो घंटे से भी अधिक समय लग गया। यह प्रतिवाद रैली  देश व पश्चिम बंगाल में मज़दूर वर्ग व आम जनता के हितों के ऊपर लगातार किये जा रहे कुठारघातों और खासकर केंद्र में बनी नयी मोदी सरकार के द्वारा जनता से किये गए वादे से की जा रही वादाखिलाफी  के विरुद्ध तथा बंगाल जूट मिल मज़दूरों की चल रही हड़ताल और लड़ाई के समर्थन में समर्थन में किया गया। सैंकड़ों की संख्या में जुटे स्थानीय कार्यकर्ताओं ने अच्छी संख्या में बड़े-बड़े प्ले कार्ड्स ले रखे थे। नौजवान मज़दूर साथी आगे-आगे चल रहे थे और गगनभेदी नारे लग रहे थे। 
बंगाल की परंपरा के विपरीत पुलिस शुरू से ही व्यवधान डालने में लग गयी। "परमिशन है कि नहीं" की एक नयी तरह की चाल चलकर रैली को डिस्टर्ब करने की कोशिश की गयी। अंततः परमिशन लेने की जरूरत पर ही सवाल करते हुए साथियों ने, ख़ास कर युवा साथियों ने, मुस्तैदी से पुलिस हस्तक्षेप का विरोध किया। इफ्टू से भी आगे बढ़कर pdyf  के साथियों ने इसके विरोध में हिस्सा लिया। पुलिस से साफ़ कह दिया गया कि ऐसी स्थानीय दिन-प्रतिदिन की प्रतिवाद रैलियों के लिए न तो परमिशन लिया गया है और न ही भविष्य में कभी लिया जाएगा।  

इस  तरह के प्रतिवाद सभा अन्य दुसरे क्षेत्रों में भी लेने की बात की गयी।  

प्ले कार्ड्स पर हिंदी और बांग्ला दोनों भाषाओं में निम्नलिखित नारे लिखे थे ----

* मात्र 15 दिनों में जनता दर्जन भर वायदे तोड़ने वाली मोदी सरकार होश में आओ।  
* महंगाई रोकने का झूठा कांग्रेसी वादा नहीं, जमाखोरों को तुरंत गिरफ्तार करो और महंगाई पर तुरंत रोक लगाओ। 
* जनता का खून चूसने वाले जमाखोरों-कालाबाजारियों पर करवाई करो, अन्यथा इनसे जनता को स्वयं निपटने देने का अधिकार दो। 
* पेंशन, बीमा, पीएफ, रेलवे, रक्षा क्षेत्र सहित सभी अन्य क्षेत्रों में प्रस्तावित एफडीआई वापस लो। 
* एफ.डी. आइ. के नाम पर देश के अमूल्य संसाधनो को विदेशी पञ्जीपतियों की लूट का चारागाह बनाना बंद करो 
* देश में फन फैलाये नव फासीवाद को करने के लिए सर्वहाराओं-मेहनतकशॉ का नॉन पार्टी नॉन पार्लियामेंट्री संयुक्त मोर्चा कायम करें। * बंगाल के हुगली जूट मिल के सी ई ओ की हत्या में निर्दोष मज़दूरों को फंसाना बंद करो, गिरफ्तार मज़दूरों को रिहा करो। 
* बंगाल के संकटग्रस्त जूट मिलो के संघर्षरत मज़दूरों का संघर्ष जिंदाबाद!
* आज जूट मिल संकट है, तो कल ई. सी. एल. का सकट होगा, मज़दूरों का एकताबद्ध संघर्ष ही एकमात्र एकमात्र रास्ता है। 
*बंगाल जूट मिल के पूंजीवादी संकट की सजा मज़दूरों को क्यों, माँ, माँटि और मानुष की सरकार जवाब दो।
* पूंजीवाद के खात्मे के बगैर मज़दूरों के जीवन में कोई बुनियादी सुधार संभव नहीं है। 
* बंगाल के क्रांतिकारी मज़दूर आंदोलन के पुराने गौरव को हासिल करने के लिए आइ. एफ. टी. यू. के इर्द-गिर्द जमा हों। 
* संगठित और असंगठित मज़दूर भाइयों ! संघर्ष आपकी मज़बूरी बन जाए, इससे पहले ही संघर्ष के लिए एकजुट होइए।
* नरेंद्र मोदी जी !  जनता से किए अपने वायदे पूरे करिये, न कि अपने विरोधियों की आवाज़ को दवाने की कोशिश करिए।
* विरोध जताने के जनवादी अधिकारों पर पूरे देश में हो रहे फासीवादी हमलों और गिरफ्तारियों पर रोक लगाओ। 

* भ्रष्टाचार, कालाधन, महंगाई, बेरोजगारी, कंगाली आदि खत्म करने और "अच्छे दिन" के वायदे पूरे करो, नहीं तो जान संघर्षो का सामना करने के लिए तैयार रहो.            







































*     






























































No comments:

Post a Comment